मुखिया संघ के हड़ताल से पंचायतो में काम काज ठप,

मुखिया संघ के हड़ताल से पंचायतो में काम काज ठप,

चौपारण : झारखंड प्रदेश मुखिया संघ के आह्वान पर चौपारण मुखिया संघ ने प्रखण्ड अध्यक्ष बिरेन्द्र रजक की अगुवाई में बीडीओ चौपारण को ज्ञापन सौंप कर मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये। जिससे मंगलवार को पंचायतो में काम काज ठप रहा औऱ प्रखण्ड के सभी मुखीया राँची के धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रखण्ड अध्यक्ष बिरेन्द्र रजक ने कहा है कि आपातकाल को छोड़कर योजना संबंधी कार्य नहीं होंगे। आगे कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती है, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। सचिव रेखा देवी ने कहा कि झारखण्ड प्रदेश मुखिया संघ के द्वारा राज्य वित्त आयोग की राशि पंचायत को देने सहित विभिन्न मांगो को लेकर सरकार को 24 जुलाई 2024 एवं 29 जुलाई 2024 को मांग पत्र सौंपा गया था तथा मुख्यमंत्री से मुलाकात एवं वार्ता हेतु 20 अगस्त 2024 को समय मांगा गया। परंतु कोई सुनवाई व सकारात्मक पहल नहीं होने के कारण मुखिया आक्रोशित है। विवश होकर सभी मुखिया अनिश्चितकालीन धरना पर मंगलवार से बैठ गए हैं।

क्या है इनकी मांग

इनकी पांच सूत्री मांगों में पंयायती राज वित्त आयोग का राशि शीघ्र पंचायत को देने, ताकि पंचायत गांव की सर्वांगीण विकास हो सके। कार्य अवधि के दौरान किसी भी जन-प्रतिनिधि (मुखिया, पं.स.स., वार्ड सदस्य, प्रमुख एवं जिला परिषद्) की आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना होने पर उचित 30 लाख की मुआवजा की व्यवस्था की जाए ताकि उनका परिवार का भरन- पोषण हो सके। मुखियागणों का मानदेय केरल राज्य के तर्ज पर 30,000 (तीस हजार रूपया) निर्धारित किया जाए। वर्तमान समय में सरकार द्वारा चल रहे मंईयां सम्मान योजना/अबुआ आवास एवं अन्य सरकारी योजना के लिए पंचायत जन-प्रतिनिधियों एवं उनके परिवारजनों (मुखिया, पं.स.स., वार्ड सदस्य, जिला परिषद) को शामिल किया जाए ताकि शत-प्रतिशत योजना का लाभ जनता को मिल सके। जैसे कोई मुखिया या वार्ड सदस्य अत्यन्त गरीब एवं लाल कार्डधारी तथा रोजी-रोजगार के लिए कुली लेबर का कार्य कर रहे है वैसे जन-प्रतिनिधि व उनके परिवार को योजना का लाभ अवश्य मिलना चाहिए। इस बाबत कार्यलय से आदेश हेतु एक पत्र निर्गत किया जाए। झारखंड के सभी पंचायत की मांग है कि बिना जांच किए वित्तीय शक्ति जब्त ना किया जाए, जिससे मुखिया पद का अपमान हो। झारखंड के जिस मुखियाओं का वित्तीय पावर जप्त किया गया है उन्हें पुनः वापस किया जाए। अनिश्चित हड़ताल पर जाने वालों में प्रखण्ड के मुखीया संघ अध्यक्ष बिरेन्द्र रजक,पंचायत यवनपुर मुखीया जानकी यादव,दादपुर मुखीया गंदौरी दांगी, चौपारण मुखीया पिंकी देवी,भगहर मुखीया कृष्णा रविदास,पांडेयबारा मुखीया रेखा देवी, चयकला मुखीया नजराना खातून,पडरिया मुखीया पप्पू रजक,ताजपुर मुखीया उषा देवी, बसरिया मुखीया मंजू देवी, झापा मुखीया अन्नपूर्णा देवी, जगदीशपुर मुखीया सुनीता देवी,डेबो मुखीया सरिता देवी,रामपुर मुखीया सुनीता देवी सहित अन्य मुखीया शामिल हैं।

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Author: News Ten Bharat

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